दृष्टि और लक्ष्य
विश्व के पटसन उद्योग में भारत प्रथम स्थान पर है।
भारतीय पटसन उद्योग बेहतरीन गुणवत्ता का किफायती कीमत में पटसन का सामान बना सके ताकि मनुष्य की जरुरत पूरी हो सके, उत्पादक सक्षम हो सकें ताकि वे घरेलू तथा विदेशी बाजार में पटसन का सामान प्रतिस्पर्धा मूल्य में दे सकें।
पटसन क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए तथा सुविधाजनक बनाने के लिए नीतियाँ व कार्यक्रमों का निर्धारण तथा उन्हें लागू करना, संगठित तथा अनौपचारिक दोनों तरह से सक्षम बनाने ताकि विश्व बाजार की प्रतिस्पर्धा का सामना कर सकें, अपना सामर्थ्य बढ़ा सकें और विश्व बाजार मे पटसन के सामान के निर्यात में बढ़ोतरी हो सके ।
विभिन्न अनुसंधान और विकासीय कार्यक्रमों का उपक्रम यह पता लगाने के लिए कि पटसन का नया और अभिन्न उपयोग कैसे हो ।